भक्षक मूवी का ट्रेलर आते ही चर्चा का चारो तरफ छा सा गया है और छाए भी क्यों नही क्योंकि ऑडियंस बिना फिजिक्स के चलने वाला एक्शन देखकर बोर हो चुकी है यही कारण है कि '12th Fail' जैसा सिनेमा लोगों के दिलों में छाप छोड़ गया।
भक्षक का ट्रेलर आते ही जनता समझ गई कि फिल्म आखिर किस विषय पर बनी है और इसका सच्चाई से क्या कनेक्शन है आइए जानते हैं फिल्म के ट्रेलर और स्टोरी के तार किस ओर इशारा कर रहे हैं।
Bhakshak Movie Trailer
ट्रेलर की शुरूवात में "अनाथ का मतलब समझती हो! जिसका कोई नाथ नही होता है तुम लोग है कि नही है किसी को नही पता" इस डायलॉग के साथ ही एक अनाथालय दिखाया जाता है और CID के अभिजीत यानी आदित्य श्रीवास्तव इस डायलॉग को बहुत ही नेगेटिव अंदाज में बोलते हुए नजर आते हैं।
भूमि पेडनेकर एक सच्ची पत्रकार की भूमिका में नजर आ रही हैं और संजय मिश्रा उनके साथ दिखते हैं कहानी एक शेल्टर होम की है इसी शेल्टर होम को चलाने वाला "बंसी शाहू" यानी कि आदित्य श्रीवास्तव हैं कहानी उन बच्चियों के साथ जघन्य अपराध की है जो सिस्टम और सरकार को धता बता रहा है ट्रेलर में BGM और सभी की एक्टिंग देखकर लग रहा है कि यह है हिंदुस्तान का रियल सिनेमा, असल सिनेमा वह होता है जो दर्शक को अपने तक खींच ले जाए और यह ठीक वैसा ही है। इन कलाकारों की एक्टिंग देखने को मिलेगी:-
- Bhumi Pednekar
- Aditya Shrivastav
- Sai Tamhankar
- Sanjay Mishra
- Durgesh Kumar
- Satykarm Anand
फिल्म में पैसा लगाया है शाहरुख खान की कंपनी Red Chillies ने और उनकी पत्नी गौरी खान इसकी प्रोड्यूसर हैं फिल्म को डायरेक्ट किया है पुलकित ने इसके पहले "बोस : डेड और अलाइव" वेब सीरीज में अपने निर्देशन की छाप छोड़ चुके हैं फिल्म 9 फरवरी को OTT प्लेटफार्म Netflix में रिलीज होगी।
भक्षक है सच्ची दुर्दांत घटना पर आधारित है
जब से ट्रेलर लांच हुआ है लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कहानी घूमकर 2018 में बिहार के Muzaffarpur Shelter Home Case पर पहुंच जाती है जहां पर बृजेश ठाकुर इस शेल्टर होम को चला रहा था।
मुजफ्फरपुर का नाम बदलकर मुन्नववरपुर कर दिया गया है और बृजेश का नाम बंशी कर दिया गया है इस बात को लेकर भूमि पेडनेकर ने एक बार कही है कि दुख है इस बात का कि नाम बदलना पड़ा और उन्होंने कहा कि फिल्म को पूरी तरह रियलिस्टिक बनाने के लिए ज्यादातर शूटिंग बिहार और लखनऊ में की गई है साथ ही निर्देशक पुलकित के काम की तारीफ की।
क्या था मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शेल्टर होम था जहां पर 7 बरस से लेकर 17 साल की 42 नाबालिग बच्चियां रहती थी जिस ट्रस्ट से यह शेल्टर होम संबद्ध था उसका संचालक बृजेश ठाकुर था। 2017 में Tata Institute of Social sciences (TISS) ने एक ऑडियंस पाया कि वहां की 34 बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ है जबकि कहने को वह सुधार गृह था जांच हुई केस हुआ और 2020 में दिल्ली की कोर्ट ने मुख्य आरोपी बृजेश को लाइफटाइम प्रिसनमेंट की सजा सुनाई। The Lallantop के अनुसार आज वह छात्राएं वर्तमान में देश के अलग अलग स्थानों में नौकरी कर रहीं हैं।
इस फिल्म को लिखा है निर्देशक पुलकित और उनकी पत्नी ने, भूमि पेडनेकर ने इस फिल्म के लिए शाहरुख का धन्यवाद किया है शाहरुख ने अपने इंस्टाग्राम पर ट्रेलर को पोस्ट किया है और Netflix के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड हो चुका है ट्रेलर देखकर तो लगता है कि घटना को बहुत ही बारीक ढंग से परदे पर उतारा गया है।